कर दिखाएं जो करना हो
फ्रेंड्स
सक्सेस मंत्रा में एक बार फिर आपका स्वागत है। आप देख रहे अमीर कैसे बनें? इस वीडियो श्रंृखला के अनर्तगत हम अमीर कैसे बनें? इस बारे में मोटिवेट कर रहें हैं। यह वीडियो इस श्रंखला की पांचवीं कड़ी है। जो लोग इस वीडियो को पहली बार देख रहें उनसे रिक्युवेस्ट है। इस श्रंखला के पिछले वीडियो अवश्य देखें। यदि आप सही में अमीर बनना चाहते हैं तो सभी वीडियो को पूरापूरा देखें तभी इसका लाभ आपको मिल पाएगा। सभी वीडियो के लिंक डिस्केप्शन में मिल जाएगा।
जैसा कि पहले वीडियो में हमने बताया था अमीर बनना चाहते हैं तो आज इसी वक्त इसकी शुरूआत कर दें। आज नहीं कल इस पशोपेश में न पड़े। इस पशोपेश में रहेंगे तो जिंदगी पशोपेश बन कर रह जाएगी। तुरंत सोचे मजबूत तथा सकारात्मक का तड़का लगाएं और कूद पड़े अपने लक्ष्य के प्रति। सफलता आपके सामने होगी और आपका सपना हकीकत बन जाएगा। देर न करें कल पर न टालें। जो कुछ दिखाना चाहते हैं कर दिखाएं।
आज से ही शुरूआत करें। हर काम को आज ही पूरा करने का लक्ष्य बना लें। एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी। कल कभी नहीं आता। फिर कल का इंतजार क्यों? जीवन का लक्ष्य बना लें कल करें सो आज कर, आज करें सो अब।
जो कल का इंतजार करते हैं। इंतजार करते रह जाते हैं। उनके लिए कल कभी भी नहीं आता है। सब कुछ आज पर निर्भर है। आज प्रगति का सूचक है। आज भविष्य की संभावना है। जो आज पर मेहरबान होता है। वह सब कुछ पा लेता है। कुछ कर दिखाना चाहते हैं तो आज पर विश्वास करें। दिखाएं आप क्या करना चाहते हैं।
चाल्र्स कैडरिन 'जनरल मोटर्स रिसर्च काॅर्वोरेशन' के वाइस प्रेसिडेंट थे। वे लंबे समय तक बड़े हैंडिल की बजाय छोटी-सी चाबी घुमा कर स्टार्ट करने वाले मोटरगाड़ी बनाने में लगे रहे। शुरू में जेड’ आकार के एक बड़े हैंडिल को घुमा कर मोटरगाड़ी को स्टार्ट करना पड़ता था। यह हर किसी के लिए सुविधाजनक भी नहीं था। इसके लिए किसी-किसी को काफी परेशान होना पड़ता था।
चाल्र्स जब हैंडिल की बजाय एक छोटी-सी चाबी से स्टार्ट करने के रिसर्च में लगे तो लोग उनके बारे में अनेक तरह की बातें करने लगे।
लोगों का मानना था कि इतनी बड़ी गाड़ी एक छोटी-सी चाबी से कैसे स्टार्ट हो सकती हैं। ऐसा होना असंभव है। चाल्र्स को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ा। उन्होंने अपना शोध उसी दिन से शुरू कर दिया जिस दिन से उन्होंने मोटरगाड़ी के लिए एक छोटी चाबी बनाने के लिए सोच लिया था। उन्होंने यह करिश्मा कर दिखाया।
छोटी-सी चाबी से मोटर स्टार्ट होने लगी। यह सब कमाल है चाल्र्स कैडरिन का, जिन्होंने छोटी-सी चाबी से मोटर स्टार्ट करने के बारे में सोचा और उसे बनाने में जुट गये। सफलता उनके हाथ लगी।
जब वे अपना पटेंट लेने पहुंचे। उनके बाद अनेक लोग ऐसी ही चाबी पेटेंट करवाने के लिए पहुंचे थे. क्योंकि चाल्र्स सबसे पहले चाबी का पेटेंट करवाने पहुंचे थे। इसलिए यह पटेंट उन्हें ही दिया गया।
यदि वे अपना काम शुरू करने में थोड़ा भी देर किया होता तो यह पटेंट किसी और के नाम होता।
अपनी सफलता के राज के बारे में चाल्र्स ने बताया था, एक दिन पत्थर का टुकड़ा उन्हें मिला था। जिस पर आज लिखा हुआ था। आज ही मेरे विश्वास का प्रतीक बना है। मैंने किसी भी काम को टालने के बजाय आज करने की ठान ली। बीते कल पर ध्यान नहीं दिया। आने वाले कल पर गौर नहीं किया।
मैं अपने काम में पूरी लगन से लगा रहा। कोशिश जारी रखा। सिर्फ आज... सिर्फ आज और सिर्फ आज पर ध्यान अपना ध्यान केन्द्रित रखा। और ‘आज’ में सफल हूं। किसी काम को आज से शुरू करना ही सफलता का प्रतिक है। आज मुझे जो सफलता मिली है वह अपने काम को आज पूरा करने की वज़ह से मिली है।
जो भी करो आज करो और सफल हो जाओ। ‘आज’ पर विश्वास करना, आज में जीना, आज को पहनना, आज को ओढ़ना अमीरी की ओर ले जाता है। जो बीत गया उसे भूल जाएं। जो आज है उसे याद करें। जो कुछ करना है आज करें। आने वाला कल भी ‘आज’ बन कर ही आपके सामने आता है। फिर कल का इंतजार क्यों? क्योंकि कल कभी नहीं आता है। कल हमेशा कल ही बना रहता है। आज सिर्फ आज होता है।
फ्रेंड्स एक बार मैं फिर कहना चाहूॅगा अमीर बनने की शुरूआत करने में देर न करें। वीडियो पसंद आने पर लाइक करें, दोस्तों को शेयर करें, सबक्राइब करना न भूलें ताकि आपको हमारे वीडियो का नोटिफिकेशन मोबाइल पर मिलती रहें. आज बस इतना ही अगले वीडियो में फिर मुलाकात होगी इसी विषय की अगली कड़ी में ....तब तक के लिए बाय ...टेक केयर।
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