Wednesday, October 4, 2017

Bhaskar Menon Success Story / Success Mantra

        



भास्कर मेनन

ईएमआई म्यूजिक के पहले चेयरमैन व सीईओ


हलो फ्रेंड्स
सक्सेस मंत्रा में आपका स्वागत है. यदि आप सोचते है कि रातोंरात सफलता मिल जाएंगी और आप सारी दुनिया में छा जाएंगे तो इस भ्रम में न रहें क्योंकि सफलता रातोरात नहीं मिलती है. इसके लिए वर्षो का प्रयास, कठोर मेहनत और रणनीति जरूरी है. इस बार मैं सक्सेस स्टोरी में भास्कर मेनन की सफलता की कहानी बता रही हूं.
भास्कर मेनन पहले व्यक्ति है जिन्होंने ईएमआई म्यूजिक के चेयरमैन व सीईओ के रूप में कंपनी को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने दुनिया भर की प्रसिद्ध संगीत जगत के प्रमुख कंपनियों के साथ जुड़कर काम किया।
जिनमें बीटल्स, राॅलिंग स्टोन्स, पिंक फ्लायड, क्वीन, पाॅल मैकार्टनी एंड विंग्स, डुरान, आयरन मैडन, कैरोल किंग, स्टीव मिलर जैसे संगीत जगत के प्रमुख कंपनियां है।
भास्कर मेनन इन नामों के साथ इतने करीब से जुड़े हुए थे कि लोग इन्हें म्युजिक इंडस्ट्री एक्जीक्यूटिव के नाम से ही जानने लगे।
भास्कर मेनन की प्रारम्भिक शिक्षा हिमाचलप्रदेश के दून स्कूल से हुई। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए आॅनर्स की डिग्री ली व आगे की पढ़ाई के लिए वे इंग्लैंड चले गए। वहां आॅक्सुोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स डिग्री ली।
पढ़ाई पूरी करने के बाद भास्कर मेनन ने अपने कैरियर की शुरूआत लंदन में ही ईएमआई लिमिटेड से शुरू की। इसके बाद कंपनी ने उन्हें भारतीय इकाई का चेयरमैन सहमैनेजिंग डायरेक्टर व सहसीईओ बनाकर भारत भेजा।
भारत लौट कर भास्कर मेनन ने अपने जिम्मेदारियों को पूरी सफलता से पूरा किया। भास्कर मेनन उन पलों को याद करते हुए कहते हैं, वह पल बहुत ही रोमांचक था। जब आपको कंपनी इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंप रहा है और आप उसे पूरी लगन और मेहनत से पूरा करने में रात-दिन लग जाते है। उस वक्त न भूख लगती है न थकान महसूस होती है, बस अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने का धून सवार रहता हैं।
भास्कर मेनन की रात-दिन की मेहनत और लगन ने उन्हें कामयाबी दी। इसका प्रतिफल भी उन्हें अच्छा मिला। कंपनी ने उन्हें डिवीजनल डायरेक्टर और जीएम (ओवरसीज) के रूप में वापस लंदन बुला लिया। उनकी कामयाबी को देखते हुए कंपनी ने उन्हें ईएमआई इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड का एमडी बना दिया।
भास्कर मेनन को कंपनी के पैरेंट बोर्ड में डायरेक्टर और कैपिटल इंडस्ट्रीज के बोर्ड का चेयरमैन चुन लिया गया। वे ईएमआई फिल्म इनकापोंरेशन और ईएमआई टेलीविजन प्रोग्राम्स इनकापोंरेशन के भी चेयरमैन रहे।
वित्तीय संकट के समय कैपिटल ईएमआई लगभग 70 करोड़ के घाटे में चल रही थी। भास्कर मेनन ने अपने अथक प्रयास से कंपनी को घाटे की स्थिति से ही नहीं उबारा, बल्कि कंपनी को संगीत क्षेत्र का बड़ा खिलाड़ी भी बना दिया। कंपनी की सफलता का सारा श्रेय भास्कर मेनन को जाता है।

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