हलो फ्रेंड्स
सक्सेस मंत्रा में आपका स्वागत है. यदि आप सोचते है कि रातोंरात सफलता मिल जाएंगी और आप सारी दुनिया में छा जाएंगे तो इस भ्रम में न रहें क्योंकि सफलता रातोरात नहीं मिलती है. इसके लिए वर्षो का प्रयास, कठोर मेहनत और रणनीति जरूरी है. इस बार सक्सेस स्टोरी में भरत देसाई की सफलता की स्टोरी बता रही हूं.
भरत देसाई सिंटेल इनकार्पोरेशन के चेयरमेन हंै। उनका कामयाबी का है मन को जो अच्छा लगे वहीं करें तभी कामयाबी मिलती है।
उन्होंने 2000 डालर यानी 90 हजार रूपये से अपना स्वयं का बिजनेस शुरू किया था। कंपनी का नाम दिया सिंटेल इनकार्पोरेशन। अपने शौक के लिए शुरू की गई इस कंपनी में आज 8600 से भी अधिक कर्मचारी काम करते हैं।
वर्तमान समय में कंपनी का टर्न ओवर लगभग 1.6 बिलियन अमेरिकी डालर से भी अधिक हैं। फोब्र्स के अनुसार दुनिया के अमीरो में भरत देसाई का 400 अमीरों की सूची में शामिल है।
भरत देसाई को यूनिवर्सिटी आॅफ मिशीगन के स्टीफन एम राॅस स्कूल आॅफ बिजनेस ने एंटरप्रिन्योर आॅफ द ईयर से सम्मानित किया।
आईआईटी, मुंबई ने उन्हें आईआईटी एलुमनस आॅफ द ईयर से नवाजा।
हाॅर्वर्ड बिजनेस स्कूल ने उन्हें मिशीगन एंटरप्रेन्योर अवाॅर्ड भी दिया।
यूएसए टुडे व नासडाक ने भी सयुक्त रूप से एंटरप्रेन्योर आॅफ द ईयर से नवाज़ा।
भरत देसाई के अनुसार, एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद मुझे अच्छी नौकरी मिल गई। वेतन भी अच्छा था। हर तरह की सुविधा होने के बाद भी काम मंे मन नहीं लग रहा था। मैं कुछ और करना चाहता था। कुछ ऐसा जिससे मेरी अपनी स्वयं की पहचान हो।
मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी और नीरजा सेठी के साथ मिलकर सिंटेल कार्पोरेशन की स्थापना की। उन दिनों बिजनेस माॅडल बेहद आसान था। क्लाइंट के प्रोजेक्ट लोकेशन पर ही सेवाएं देनी होती थी। हमें अपने काम में अच्छी सफलता मिल रही थी।
भरत देसाई ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के पश्चात इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी मुंबई से इलेक्ट्रिकल्स इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री ली। आगे की पढ़ाई के लिए वे अमेरिका चले गए। वहां यूनिवर्सिटी आॅफ मिशीगन के स्टीफन एम राॅस स्कूल आॅफ बिजनेस से फाइनेंस में एमबीए किया।
भरत देसाई ने 1980 में सिंटेल कार्पोरेशन की स्थापना की। 1992 में सिंटेल कार्पोरेशन ने मुंबई में ग्लोबल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया। उनका पहला क्लाइंट था अमेरिकन इंटरनेशनल गु्रप।
सिंटेल कार्पोरेशन ने अमेरिकन इंटरनेशनल ग्रुप के साथ मिलकर ग्लोबल डिलेवरी काॅन्सेप्ट शुरू किया। देखते ही देखते सिंटेल आईटी कंपनी बन गई। आज कई ब्रांडेड कंपनियां इसके पार्टनर हैं।
भरत देसाई शुरू में इस कंपनी के सीईओ और प्रेसीडेंट रहे। इसके बाद बोर्ड के चेयरमैन बने। वर्तमान समय में भरत देसाई कई नामी शिक्षण संस्थाओं के बोर्ड सदस्य है। इनमें जौन एफ कैनेडी स्कूल आॅफ गवर्नमेंट एट हाॅर्वर्ड यूनिवर्सिटी, स्टीफन एम राॅस स्कूल आॅफ बिजनेस एट द यूनिवर्सिटी आॅफ मिशीगन प्रमुख है
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