Amir Kaise Bane | अमीर बनने की टिप्स | Success Mantra |
Amir Kaise Bane | अमीर बनने की टिप्स | Success Mantra | 25
बहुत कीमती है समय | Mk Mazumdar
जो व्यक्ति एक घंटा समय बर्बाद करने की जुर्रत करता है। वह जीवन के मूल्य को नहीं समझ पाया। - चाल्र्स डार्विन
सक्सेस मंत्रा में एक बार फिर आपका स्वगत है।....आप देख रहे है अमीर कैसे बने इस श्रृखंला की 25 वीं कड़ी.
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फ्रेंड्स, हर कोई अमीर बनना चाहता है, अमीर बनने के लिए कोशिश भी करते है, पर अफसोस की बात यह है कि गिनेचुने लोग ही इसमें सफल होते हैं.
जो लोग असफल होते है उसके पीछे कई कारण हो सकते है. उसमें से एक कारण है समय. जो समय का सदुप्रयोग करते है वे अमीर बन जाते हैं.
प्रत्येक इंसान को बराबर समय मिला हैं। सबके पास 24 घंटे है। फिर समय कम होने का रोना क्यों? अमीर व्यक्ति कभी-भी समय कम होने का रोना नहीं रोते हैं। वे समय की खेती करते है।
समय की खेती, सुनकर आप चैंकिए मत, यह काम आप भी कर सकते है। घर और आॅफिस की क्यारियों में समय के पौधे उगाएं। जरूरत पड़ने पर इसके फल तोड़ कर इस्तेमाल में लाएं। फिर देखें आपके पास समय की कमी नहीं होगी।
समय ही सबसे बड़ा धन है। जब तक समय की कीमत को नहीं समझेगें तब तक आप सफलता का स्वाद नहीं ले सकते। कम समय में ज्यादा काम करने की क्षमता, समय का सही उपयोग, अपने समय का एक अंश भी बर्बाद न होने देना सबसे बड़ी समझदारी है। अपना समय बचाने के साथ-साथ दुसरो का समय भी बचाना बहुत अच्छी बात है। जो समय की कीमत को जानते हैं वे समय के आगे निकल जाते हैं।
बिल गेट्स समय की कीमत को काफी कीमती मानते है। वे समय को किसी भी हाल में बर्बाद होने नहीं देना चाहते हैं। इसके लिए वे कई काम एक साथ पूरा कर लेते है। अपने ढ़ेर सारे काम मोबाइल फोन पर निर्देश देकर भी पूरा करवा लेते हैं। कहीं भी समय से पहुंचते हैं और अपने दिए गए समय पर वहां से निकल आते है। बिल गेट्स कभी भी टीवी नहीं देखते, उनका मानना है टीवी देखना समय की सबसे बड़ी बर्बादी है।
एक बार मैं पूर्व लोकसभा स्पीकर और महराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के पास एक बुक रिलिज के लिए समय लेने के लिए गया। उन्होंने टाइटल पढ़ कर बुक के मैटर पर एक नज़र दौड़ाई और रिलिज के लिए हां कर दिया। साथ ही उन्होने कहा, प्रोग्राम समय से शुरू होना चाहिए और समय से खत्म होना चाहिए। जिससे मैं अपने अगले प्रोग्राम में सही समय पर पहुंच सकूं। जो अपने समय की कीमत को पहचानते हैं। वे दुसरों का समय भी नष्ट नहीं करते है। यदि नेता या अभिनेता, अधिकारी या समाजसेवक अपने जीवन में इस बात को उतार ले तो हर किसी का कितना ही समय नष्ट होने से बच सकता है।
थामस गोथे का मत है, समय एक प्रकार का अमूल्य धन है। नष्ट किया हुआ भौतिक धन पुनः प्राप्त हो सकता है। पर नष्ट किया हुआ समय पुनः प्राप्त नहीं हो सकता। फ्रैंकलिन के अनुसार, समय को नष्ट मत करो, क्योंकि यहीं जीवन का निर्माण अवयव है। जो टाइम इज मनी को जान जाते हैं, अपना बेशकीमती समय नष्ट होने नहीं देते है। वे अपने समय की कीमत को वसूलने में लगे रहते हैं।
किसी भी व्यक्ति को धन से अधिक अपने समय मेनेजमेंट पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। उसे अपने समय के एक-एक पल को सोच-समझ कर खर्च करना चाहिए। दिन-रात के चैबीस घंटें में अपने काम की प्राथमिकताओं को न्यूनतम और अधिकतम समय में निर्धारित करना होगा।
लक्ष्य तक पहुंचने के लिए यदि आप काम की प्राथमिकता तय नहीं करते है, तो सदैव काम की व्यस्तता में रह जाओगे। अपने मुकाम तक पहुंचना आपके लिए मुश्किल हो जाएगा। अपने कार्य के अनुसार प्राथमिकता तय करंे। अधिक महत्तवपूर्ण काम को पहले करें। चेस्ट फिल्ड कहते है, मेरी सलाह यह है कि तुम अपने मिनटों का ध्यान रखों, घंटे अपनी परवाह खुद कर लेंगे।
क्या, गैर जरूरी कार्य आपका समय निगल लेती है। इसमें दोष किसी ओर का नहीं बल्कि आपका ही है। यदि आप अपने काम को एहमियत के अनुसार करें। ऐसे में गैर जरूरी कार्य का नंबर ही नहीं आ पाएगा। इसे समझने के लिए चाल्र्स श्वाब ने अपना टाइम मेनेजमेंट कैसे किया उसे जाने। एक बार वे अपने जमाने के स्टील किंग चाल्र्स मोटिवेशन गुरू एंड्रयू कारनेगी के पास गए। उन्हें अपनी समस्या बताते हुए सलाह मांगी। कारनेगी ने उन्हें एक सप्ताह अपने साथ रूकने के लिए कहा और सलाह देने के बदले 25 हजार डालर मांगे। चाल्र्स उसके लिए राजी हो गए।
उनके साथ एक सप्ताह तक रहने के बाद चाल्र्स ने जो बात सीखा वह था, अपने कार्य को 1, 2, 3 नंबर देना। अपने सबसे महत्वपूर्ण काम को सबसे पहले करना, दुसरे नंबर पर उससे कम महत्वपूर्ण वाले और तीसरे नंबर पर उससे भी कम महत्वपूर्ण वाले काम को पूरा करना। इस तरह हर काम की प्राथमिकता को तय कर उसे नंबर देते गएं। चाल्र्स ने जब इस फार्मूले को आजमाया, उनकी दुनिया ही बदल गई। अगले कुछ वर्षो में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल हो गए।
जब आप किसी काम की प्राथमिकता तय कर लेते है, काम करने में आसानी हो जाती है। अमीर बनना चाहते है तो आप भी अपने कामों को प्राथमिकताओं के अनुसार बांट लें और स्फुर्ती से हर काम को निपटाएं। इससे कम समय में अधिक काम भी पूरा हो जाता है। टालमटोल न करें। अवसर को न जानें दें। समय की कमी का रोना रोने की बजाय उसकी खेती करें। यानी अपने 24 घंटे को किस तरह से 48 घंटे में बदल सकते है। इस कोशिश में लगे रहे।
क्या आपको काम करने के लिए 24 घंटे भी कम पड़ते हैं। आप हमेशा समय का रोना रोते हैं। इसके लिए आप स्वयं तलाश करें कि आपका समय कहां गुम हो जाता है। स्वेट मार्डेन का कहना है, ईश्वर एक बार एक ही क्षण देता है। और दूसरे ही क्षण देने के पूर्व उस क्षण को ले लेता है। सर वाल्टर रैले से एक व्यक्ति ने पूछा, आप इतने कम समय में इतना अधिक काम कैसे कर लेते है? उन्होंने कहां, मुझे जो काम करना होता है, उसे में उसी वक्त खत्म कर देता हूं।
अमीर बनना चाहते है तो आप भी किसी काम को तुरंत पूरा करें। उसे कल के भरोसे न टालें। जो भी काम करें हमेशा सावधानी के साथ करें। असावधानी से किया गया कार्य बिगड़ जाता है। इसके लिए उस काम को दुबारा करना होता है। इससे आपका ढ़ेर सारा समय खराब हो जाता है। कई काम एक साथ भी न करें। इससे ढ़ेर सारी परेशानियां उत्पन्न होती है। काम समय से पूरा होने की संभावना नहीं रहती हैं।
फिर मिलेंगे एक नई जानकारी के साथ गुडवाय टेक केयर.
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